Tuesday, September 21, 2010

श्री गणेश सहस्त्रनामावली


गकारादि श्रीगणेश सहस्त्रनामावली:
ॐ गणेश्वराय नमः |
गणाध्यक्षाय नमः |
गणाराध्याय नमः |
गणप्रियाय नमः |
गणनाथाय नमः |
गणस्वामिने नमः |
गणनायकाय नमः |
गणमूर्तये नमः |
गणपतये नमः |
गणत्रात्रे नमः |
गणन्जयाय नमः |
गणपाय नमः |
गणक्रीडाय नम: |
गणदेवाय नमः |
गणाधिपाय नमः |
गंज्येष्ठायाय नमः |
गणप्रेष्ठाय नमः |
गणाधीराजे नमः |
गणराजे नमः |
गणगोप्त्रे नमः |
गणंगाय नमः |
गणवताय नमः |
गणबन्धवे नमः |
गणसुहृदय नमः |
गणाधिशाय नमः |
गणप्रथाय नमः |
गणप्रियसखाय नमः |
गणप्रियसुहृदय नमः |
गणप्रियरताय नमः |
गणप्रीतिविवर्धनाय नमः |
गणमंडलमध्यस्थाय नमः |
गणकेलिपरायणाय नमः |
गणाग्रंये नमः |
गणेशानाय नमः |
गणगीताय नमः |
गणोंछ्रयाय नमः |
गण्याय नमः |
गणहिताय नमः |
गर्जदगणसेनाय नमः |
गणोंधताय नमः |
गणभीतिप्रमथनाय नमः |
गणभीत्यपहारकाय नमः |
गणनार्हाय नमः |
गणप्रौढाय नमः |
गण भर्त्रे नमः |
गणप्रभवे नमः |
गणसेनाय नमः |
गणचराय नमः | ५०
गणप्राज्ञाय नमः |
गणएकराजे नमः |
गणाग्रयाय नमः |
गणनाम्ने नमः |
गणपालनतत्पराय नमः |
गणजीते नमः|
गणगर्भस्थाय नमः |
गणप्रवणमानसाय नमः |
गणगर्वपरिहर्त्रे नमः |
गणाय नमः | ६०
गणनमस्कृताय नमः |
गणार्चिताngघ्रियुग्लाय नमः |
गणरक्षणकृते नमः |
गणध्याताय नमः |
गणगुरवे नमः |
गणप्रणयतत्पराय नमः |
गणागणपरित्रात्रे नमः |
गणाधिहरणोद्धुराय नमः |
गणसेतवे नमः |
गणनुताय नमः | ७०
गण केतवे नमः |
गणाग्रगाय नमः |
गणहेतवे नमः |
गणग्राहिणे नमः |
गणानुग्रहकारकाय नमः |
गणागणानुग्रहभुवे नमः |
गणागणवरप्रदाय नमः |
गणस्तुताय नमः|
गणप्राणाय नमः |
गण सर्वस्वदायकाय नमः | ८०
गणवल्लभमूर्तये नमः |
गणभूतये नमः |
गणेष्ठदाय नमः |
गणसौख्यप्रदात्रे नमः |
गणदू:खप्रणाशनाय नमः |
गणप्रथितनाम्ने नमः |
गणाभीष्ठकराय नमः |
गणमान्याय नमः |
गणख्याताय नमः |
गणवीताय नमः |
गनोत्कटाय नमः |
गणपालाय नमः |
गणवराय नमः |
गणगौरवदायकाय नमः |
गणगर्जित संतुष्ठाय नमः |
गणस्वछंदगाय नमः |
गणराजाय नमः |
गणश्रीदाय नमः |
गणाभयकराय नमः |
गणमूर्धाभिषिक्तl नमः |
गणसैन्यपुरासराय नम: |
गुणातीताय नम: |
गुणमयाय नम: |
गुणत्रयविभागकृते नम: |
गुणिने नम: | १०५
गुणाकृतिधराय नम: |
गुणशालिने नम: |
गुणप्रियाय नम: |
गुणपूर्णाय नम: |
गुणाम्भूदये नम: | ११०
गुणभाजे नम: |
गुणदूर्गाय नम: |
गुणागुणवपुषे नम: |
गौणशरीराय नम : |
गुणमंडिताय नम :| ११५
गुणस्त्रषटे नम: |
गुणेषानाय नम: |
गुणेषाय नम: |
गुणेषवराय नम: |
गुणश्रष्टजगतसंघाय नम: | १२०
गुणसंघाय नम: |
गुणैकराजे नम: |
गुणप्रवष्टे नम: |
गुणभुवे नम: |
गुणिकृतचराचराया नम: | १२५
गुणप्रवणसंतुष्टाय नम: |
गुणहीनपारंगमुखाय नम: |
गुणैकभुवे नम: |
गुण-श्रेष्टाय नम: |
गुण ज्येष्टाय नम: | १३०
गुणप्रभवे नम: |
गुणग्याय नम: |
गुणसम्पूज्याय नम: |
गुणैकसदनाय नम: |
गुणप्रणयवते नम: | १३५
गौणप्रकृत्ये नम: |
गुणभाजनाये नम: |
गुणिप्रणतपदाब्जाय नम: |
गुणिगीते नम: |
गुणोंज्वलाय नम: | १४०
गुणवते नम: |
गुणसंपन्नाय नम: |
गुणानंदितमानसाय नम: |
गुणसंचारचतुराय नम: |
गुणसंचयसुन्दराय नम: | १४५
गुणगौराय नम: |
गुणाधाराय नम: |
गुणसंवृतचेतनाय नम: |
गुणकृते नम: |
गुणभर्त्रे नम: | १५०
गुणाग्रयाय नम: |
गुणपारदृशे नम: |
गुणप्रचारिने नम: |
गुणयुजे नम: |
गुणागुणविवेककृते नम: |
१५५ गुणाकराय नम: |
गुणकराय नम: |
गुणप्रवणवर्धनाय नम: |
गुणगूढ़चराय नम: |
गौणसर्वसंसारचेष्टिताय नम: |
गुणदक्षिणसौहार्दाय नम: |
गुणलक्षणतत्वविदे नम: |
गुणहारीणे नम: |
गुणकलाय नम: |
गुणसंघसखाय नम: |१६५
गुणसंस्कृतसंसाराय नम: |
गुणतत्वविवेच्काय नम: |
गुणगर्वधराय नम: |
गौण सुखदू:खोदयाय नम: |
गुणाय नम: |१७०
गुणाधीशाय नम: |
गुणलयाय नम: |
गुणवीक्षणलालसाय नम: |
गुणगौरवदात्रे नम: |
गुणदात्रे नम: | १७५
गुणप्रदाय नम: |
गुणकृते नम: |
गुणसंबंधाय नम: |
गुणभृते नम: |
गुणबंध्नाय नम: | १८०
गुणहृद्दयाय नम: |
गुणस्थायिने नम: |
गुणदायिने नम: |
गुणोंत्कटाय नम: |
गुणचक्रधराय नम: | १८५
गौणावताराय नम: |
गुणबाँधवाय नम: |
गुणबन्धवे नम: |
गुणप्रज्ञाय नम: |
गुणप्राज्ञाय नम: | १९०
गुणालयाय नम: |
गुणधात्रे नम: |
गुणप्राणाय नम: |
गुणगोपाय नम: |
गुणाश्रयाय नम: | १९५
गुणयायिने नम: |
गुणाधायिने नम: |
गुणपाय नम: |
गुणपालकाय नम: |
गुणाहृततन्वे नम: | २००
गौणाय नम: |
गीवार्णाय नम: |
गुणगौरवाय नम: |
गुणवतपूजितपदाय नम: |
गुणवतप्रीतीदायकाय नम: | २०५
गुणवतगीतकीर्तये नम: |
गुणवद्व्धसौह्रिदाय नम: |
गुणवद्वरदाय नम: |
गुणवतप्रतिपालकाय नम: |
गुणवदगुणसंतुष्टाय नम: | २१०
गुणवद्रचितस्तावाय नम: |
गुणवद्रक्षणपराय नम: |
गुणवत्प्रणयप्रियाय नम: |
गुणवच्चक्रसंचाराय नम: |
गुणवतकीर्तिवर्धनाय नम: | २१५
गुणवदगुणचित्त्स्थाय नम: |
गुणवदगुणरक्षकाय नम: |
गुणवतपोषणकराय नम: |
गुणवच्छशत्रुसूद्नाय नम: |
गुणवतसिद्धिदात्रे नम: |
गुणवदगौरवप्रदाय नम: |
गुणवतप्रवणस्वान्ताय नम: |
गुणवदगुणभूषणाय नम: |
गुणवतकुलविद्वेषीविनाशकरणक्षमाय नम: | २२४
गुणीस्तुतगुणाय नम: |
गर्जत्प्रलयाम्बुदनि:स्वनाय नम: |
गजाय नम: |
गजपतये नम: |
गरजदगजयुद्धविशारदाय नम: | २२९
गजास्याय नम: |
गजकरणाय नम: |
गजराजाय नम: |
गजाननाय नम: |
गजरूपधराय नम: | २३४
गर्जदगजयुथोदधुरध्वनये नम: | २३५
गजाधीशाय नम: |
गजाधाराय नम: |
गजासुरजयोदधुराय नम: |
गजदन्ताय नम: |
गजवराय नम: | २४०
गजकुम्भाय नम: |
गजध्वनये नम: |
गजमायाय नम: |
गजमयाय नम: |
गजश्रिये नम:| २४५
गजगर्जिताय नम: |
गजामयहराय नम: |
गजपुष्टिप्रदायकाय नम: |
गजोत्पत्तये नम: |
गजत्रात्रे नम:| २५०
गजहेतवे नम: |
गजाधिपाय नम: |
गजमुख्याय नम: |
गजकुलप्रवराय नम: |
गजदैत्यघ्ने नम: | २५५
गजकेतवे नम: |
गजाध्यक्षाय नम: |
गजसेतवे नम: |
गजाकृतये नम: |
गजवन्द्याय नम: | २६०
गजप्राणाय नम: |
गजसेव्याय नम: |
गजप्रभवे नम: |
गजमत्ताय नम: |
गजेशानाय नम: | २६५
गजेशाय नम: |
गजपुंगवाय नम: |
गजदन्तधराय नम: |
गुंजनमधुपाय नम: |
गजवेशभ्रते नम: | २७०
गजाछन्नाय नम :|
गजाग्रस्थाय नम:|
गजयायिने नम:|
गजाजयाय नम:|
गजराजे नम:| २७५
गजयूथस्थाय नम: |
गजगंजकभंजकाय नम: |
गर्जितोझितदैत्यासवे नम: |
गर्जितत्रातविष्टपाय नम: |
गानज्ञाय नम: | २८०
गानकुशलाय नम: |
गानतत्वविवेचकाय नम: |
गानश्लाघिने नम: |
गानरसाय नम: |
गानज्ञानपरायणाय नम: | २८५
गानगमज्ञाय नम: |
गानांगाय नम: |
गानप्रवणचेतना नम: |
गानकृते नम: |
गानचतुराय नम: | २९०
गानविद्याविशारदाय नम: |
गानध्येयाय नम: |
गानगम्याय नम: |
गानध्यान परायणाय नम: |
गानभुवे नम:| २९५
गानशीलाय नम: |
गानशालिने नम: |
गताश्रमाय नम: |
गानविज्ञानसंपन्नाय नम : | २९९
गानश्रवणलालसाय नम:| ३००
गानयत्ताय नम: |
गानमयाय नम: |
गानप्रणयवते नम: |
गानध्यात्रे नम: |
गानबुद्धये नम: | ३०५
गनोत्सुकमनसे नम: |
गानोत्सुकाय नम: |
गानभुमये नम: |
गानसीम्ने नम: |
गुनोज्ज्वालाय नम: | ३१०
गानंगज्ञानवते नम: |
गानमानवते नम: |
गानपेशलाय नम: |
गानवत्प्रणयाय नम: |
गानसमुद्राय नम: | ३१५
गानभूषणाय नम:|
गानसिन्ध्वे नम :|
गानपाराय नम:|
गानप्राणाय नम:|
गानाश्रयाय नम:| ३२०
गानैकभुवे नम: |
गानहृष्टाय नम: |
गानचक्षुशे नम: |
गानैकदृशे नम: |
गानमत्ताय नम:| ३२५
गानरुचये नम: |
गानविदे नम: |
गानवित्प्रियाय नम: |
गानान्तरात्मने नम: |
गानाढयाय नम: | ३३०
गानभ्राजतसभाय नम: |
गानमायाय नम: |
गानधराय नम: |
गानविद्याविशोधकाय नम: |
गानाहितघ्नाय नम: | ३३५
ॐ गानेन्द्राय नम: |
ॐ गानलीनाय नम: |
ॐ गतिप्रियाय नम: |
ॐ गानाधीशाय नम: |
ॐ गानलयाय नम: | ३४०
ॐ गानाधाराय नम: |
ॐ गतीश्वराय नम: |
ॐ गानवन्मानदाय नम: |
ॐ गानभूतये नम: |
ॐ गानैकभूतिमते नम: | ३४५
ॐ गानतानतताय नम: |
ॐ गानतानदानविमोहिताय नम: |
ॐ गुरवे नम: |
ॐ गुरुदरश्रोणये नम: |
ॐ गुरुतत्वार्थदर्शनाय नम: | ३५०
ॐ गुरुस्तुताय नम: |
ॐ गुरुगुणाय नम: |
ॐ गुरुमायाय नम: |
ॐ गुरुप्रियाय नम: |
ॐ गुरुकीर्तये नम: | ३५५
ॐ गुरुभुजाय नम: |
ॐ गुरुवक्षसे नम: |
ॐ गुरुप्रभाय नम: |
ॐ गुरुलक्षणसंपन्नाय नम: |
ॐ गुरुद्रोहपरांगमुखाय नम: | ३६०
ॐ गुरुविद्याय नम: |
ॐ गुरुप्राणाय नम: |
ॐ गुरुबाहूबलोचछ्रयाय नम: |
ॐ गुरुदैत्यप्राणहराय नम: |
ॐ गुरुदैत्यापहारकाय नम: | ३६५
ॐ गुरुगर्वहराय नम: |
ॐ गुह्यप्रवराय नम: |
ॐ गुरुदर्पघ्ने नम: |
ॐ गुरुगौरवदायिने नम: |
ॐ गुरुभीत्यपहारकाय नम: | ३७०
ॐ गुरुशुन्डाय नम: |
ॐ गुरुस्कंधाय नम: |
ॐ गुरुजंघाय नम: |
ॐ गुरुप्रथाय नम: |
ॐ गुरुभालाय नम: | ३७५
ॐ गुरुगलाय नम: |
ॐ गुरुश्रिये नम: |
ॐ गुरुगर्वनुदे नम: |
ॐ गुरूरवे नम: |
ॐ गुरुपीनांसाय नम: | ३८०
ॐ गुरुप्रणयलालसाय नम: |
ॐ गुरुमुख्याय नम: |
ॐ गुरुकुलस्थायिने नम: |
ॐ गुरुगुणाय नम: |
ॐ गुरुसंशयभेत्रे नम: | ३८५
ॐ गुरुमानप्रदायकाय नम: |
ॐ गुरुधर्मसदाराध्याय नम: |
ॐ गुरुधर्मनिकेत्नाय नम: |
ॐ गुरुदैत्यकुलच्छेत्रे नम: |
ॐ गुरुसैन्याय नम: | ३९०
ॐ गुरुद्युतये नम: |
ॐ गुरुधर्माग्रगण्याय नम: |
ॐ गुरुधर्मधुरन्धराय नम: |
ॐ गरिष्ठाय नम: |
ॐ गुरुसंतापशमनाय नम: | ३९५
ॐ गुरुपुजिताय नम: |
ॐ गुरुधर्मधराय नम: |
ॐ गौरधर्माधाराय नम: |
ॐ गदापहाय नम: | ३९९
ॐ गुरुशास्त्रविचारज्ञाय नम: | ४००
ॐ गुरुशास्त्रकृतोद्यमाय नम: |
ॐ गुरुशास्त्रनिल्याय नम: |
ॐ गुरुशास्त्रालयाय नम: |
ॐ गुरुमन्त्राय नम: |
ॐ गुरुश्रेष्ठाय नम: | ४०५
ॐ गुरुमंत्रफलप्रदाय नम: |
ॐ गुरुस्त्रिगमनोद्यामप्रायश्चितनिवारकाय नम: |
ॐ गुरुसंसारसुखदाय नम: | ४०८
ॐ गुरुसंसारदू:खभिदे नम: |
ॐ गुरुश्लाघापराय नम: |
ॐ गौरभानुखंडावतंसभ्रते नम: | ४११
ॐ गुरुप्रसन्नमूर्तये नम: |
ॐ गुरुशापविमोचनाय नम: |
ॐ गुरुकान्तये नम: |
ॐ गुरुमयाय नम: | ४१५
ॐ गुरुशासनपालकाय नम: |
ॐ गुरुतंत्राय नम: |
ॐ गुरुप्रज्ञाय नम: |
ॐ गुरुभाय नम: |
ॐ गुरुदैवताय नम: | ४२०
ॐ गुरुविक्रमसंचाराय नम: |
ॐ गुरुदृशे नम: |
ॐ गुरुविक्रमाय नम:|
ॐ गुरुक्रमाय नम: |
ॐ गुरुप्रेष्ठाय नम: |
ॐ गुरुपाखंडखंडकाय नम: |
ॐ गुरुगर्जितसंपूर्णब्रह्माण्डIय नम: |
ॐ गुरुगर्जिताय नम: |
ॐ गुरुपुत्रप्रियसखाय नम: |
ॐ गुरुपुत्रभयापहाय नम: | ४३०
ॐ गुरुपुत्रपरित्रात्रे नम: |
ॐ गुरुपुत्रवरप्रदाय नम: |
ॐ गुरुपुत्रार्तिशमनाय नम: |
ॐ गुरुपुत्राधिनाशनाय नम: |
ॐ गुरुपुत्रप्राणदात्रे नम: | ४३५
ॐ गुरुभक्तिपरायणाय नम: |
ॐ गुरुविज्ञानविभवाय नम: |
ॐ गौरभानुवरप्रदाय नम: |
ॐ गौरभानुस्तुताय नम: |
ॐ गौरभानुत्रासापहारकाय नम: | ४४०
ॐ गौरभानुप्रियाय नम: |
ॐ गौरभानवे नम: |
ॐ गौरववर्धनाय नम: |
ॐ गौरभानुपरित्राते नम: |
ॐ गौरभानुसखाय नम: | ४४५
ॐ गौरभानुप्रभवे नम: |
ॐ गौरभानुभीतिप्रणाशनाय नम: |
ॐ गौरीतेज:समुत्पन्नाय नम: |
ॐ गौरीह्रदयनन्दनाय नम: |
ॐ गौरीस्तनंधयाय नम: | ४५०
ॐ गौरीमनोवांछितसिद्धिकृते नम: |
ॐ गौराय नम: |
ॐ गौरगुणाय नम: |
ॐ गौरप्रकाशाय नम: |
ॐ गौरभैरवाय नम: | ४५५
ॐ गौरीशनन्दनाय नम: |
ॐ गौरिप्रियपुत्राय नम: |
ॐ गदाधराय नम: |
ॐ गौरीवरप्रदाय नम: |
ॐ गौरीप्रणययाय नम: | ४६०
ॐ गौरसच्छवये नम: |
ॐ गौरीगणेश्वराय नम: |
ॐ गौरीप्रवणाय नम: |
ॐ गौरभावनाय नम: |
ॐ गौरात्मने नम: | ४६५
ॐ गौरकीर्तये नम: |
ॐ गौरभावाय नम: |
ॐ गरिष्ठदृशे नम: |
ॐ गौतमाय नम: |
ॐ गौतमीनाथाय नम: | ४७०
ॐ गौतमीप्राणवल्लभाय नम: |
ॐ गौतमाभीष्ठवरदाय नम: |
ॐ गौतमाभयदायकाय नम: |
ॐ गौतमप्रणयप्रवहाय नम: |
ॐ गौतमाश्रमदु:खघ्ने नम: | ४७५
ॐ गौतमीतीरसंचारिणे नम: |
ॐ गौतमीतीर्थनायकाय नम: |
ॐ गौतमापत्परिहराय नम: |
ॐ गौतमाधिविनाशनाय नम: |
ॐ गोपतये नम: | ४८०
ॐ गोधनाय नम: |
ॐ गोपाय नम: |
ॐ गोपालप्रियदर्शनाय नम: |
ॐ गोपालाय नम: |
ॐ गोगणाधीशाय नम: | ४८५
ॐ गोकश्मलनिवर्तकाय नम: |
ॐ गोसहस्त्राय नम: |
ॐ गोपवराय नम: |
ॐ गोपगोपीसुखावहाय नम: |
ॐ गोवर्धनाय नम: | ४९०
ॐ गोपगोपाय नम: |
ॐ गोपाय नम: |
ॐ गोकुलवर्धनाय नम: |
ॐ गोचराय नम: |
ॐ गोचराध्यक्षाय नम: | ४९५
ॐ गोचरप्रीतिवृद्धिकृते नम: |
ॐ गोमिने नम: |
ॐ गोकष्ठसंत्रात्रे नम: |
ॐ गोसंतापनिवर्तकाय नम: |
ॐ गोष्ठाय नम: | ५००
ॐ गोष्ठाश्र्याय नम: |
ॐ गोष्ठपतये नम: |
ॐ गोधनवर्धनाय नम: |
ॐ गोष्ठप्रियाय नम :|
ॐ गोष्ठमयाय नम: | ५०५
ॐ गोष्ठामयनिवर्तकाय नम: |
ॐ गोलोकाय नम: |
ॐ गोलकाय नम: |
ॐ गोभृते नम: |
ॐ गोभर्त्रे नम: | ५१०
ॐ गोसुखावहाय नम: |
ॐ गोदुहे नम: |
ॐ गोधुग्गनप्रेष्ठाय नम: |
ॐ गोदोग्ध्रे नम: |
ॐ गोमयप्रियाय नम: | ५१५
ॐ गोत्राय नम: |
ॐ गोत्रपतये नम: |
ॐ गोत्रप्रभवे नम: |
ॐ गोत्रभयापहाय नम: |
ॐ गोत्रवृद्धिकराय नम: |
ॐ गोत्रप्रियाय नम: | ५२१
ॐ गोत्रर्तिनाशनाय नम: |
ॐ गोत्रोधारपराय नम: |
ॐ गोत्रप्रवराय नम: |
ॐ गोत्रदैवताय नम: | ५२५
ॐ गोत्रविख्यातनाम्ने नम: |
ॐ गोत्रिने नम: |
ॐ गोत्रप्रपालकाय नम: |
ॐ गोत्रसेतवे नम: |
ॐ गोत्रकेतवे नम: | ५३०
ॐ गोत्रहेतवे नम: |
ॐ गतक्लामाय नम: |
ॐ गोत्रत्रानकराय नम: |
ॐ गोत्रपतये नम: |
ॐ गोत्रेशपूजीताय नम: | ५३५
ॐ गोत्रभिदे नम: |
ॐ गोत्रभित्त्रात्रे नम: |
ॐ गोत्रभिद्वारदायाकाय नम: |
ॐ गोत्रभित्पूजितपदाय नम: |
ॐ गोत्रभिदशत्रु सूदनाय नम: | ५४०
ॐ गोत्रभित्प्रीतीदाय नम: |
ॐ गोत्रभिदे नम : |
ॐ गोत्रपालकाय नम: |
ॐ गोत्राभिदगीतचरिताय नम: |
ॐ गोत्रभिद्रजयरक्ष्काय नम: | ५४५
ॐ गोत्रभिज्जयदायिने नम: |
ॐ गोत्रभित्प्रणयाय नम: |
ॐ गोत्रभिदभयसम्भेत्रे नम: |
ॐ गोत्रभिन्मानदायकाय नम: |
ॐ गोत्रभिदगोपनपराय नम: | ५५०
ॐ गोत्रभित्सैन्यनायकाय नम: |
ॐ गोत्रधिप्प्रियाय नम: |
ॐ गोत्रपुत्रिपुत्राय नम: |
ॐ गिरिप्रियाय नम: |
ॐ ग्रंथ्ग्याय नम: | ५५५
ॐ ग्रन्थकृते नम: |
ॐ ग्रन्थग्रंथिभिदे नम: |
ॐ ग्रन्थविघ्न्घ्ने नम: |
ॐ ग्रंथादये नम: |
ॐ ग्रंथसंचाराय नम: | ५६०
ॐ ग्रन्थश्रवणलोलुपाय नम: |
ॐ ग्रंथाधीनक्रियाय नम: |
ॐ ग्रन्थप्रियाय नम: |
ॐ ग्रन्थार्थतत्वविदे नम: |
ॐ ग्रन्थसंशयसंछेदिने नम: | ५६५
ॐ ग्रन्थवक्त्रे नम: |
ॐ ग्रहाग्रणये नम: |
ॐ ग्रन्थगीतगुणाय नम: |
ॐ ग्रन्थगीताय नम: |
ॐ ग्रंथादीपूजिताय नम: | ५७०
ॐ ग्रंथारम्भस्तुताय नम: |
ॐ ग्रन्थग्राहिने नम: |
ॐ ग्रन्थार्थपारदृशे नम: |
ॐ ग्रन्थदृशे नम: |
ॐ ग्रन्थविज्ञानाय नम: | ५७५
ॐ ग्रन्थसन्दर्भशोधकाय नम: |
ॐ ग्रंथकृतपूजिताय नम: |
ॐ ग्रन्थकराय नम: |
ॐ ग्रन्थ परायणाय नम: |
ॐ ग्रन्थपारायणपराय नम: | ५८०
ॐ ग्रन्थसंदेहभंजकाय नम: |
ॐ ग्रन्थकृद्वरदात्रे नम: |
ॐ ग्रन्थकृद्विन्दिताय नम: |
ॐ ग्रन्थानुरक्ताय नम: |
ॐ ग्रंथग्याय नम: | ५८५
ॐ ग्रंथनुग्रहदायकाय नम: |
ॐ ग्रन्थान्तरात्मने नम: |
ॐ ग्रन्थार्थपण्डिताय नम: |
ॐ ग्रन्थसौह्रिदाय नम: |
ॐ ग्रन्थपारंगमाय नम: | ५९०
ॐ ग्रन्थगुणविदे नम: |
ॐ ग्रन्थविग्रहाय नम: |
ॐ ग्रन्थसेतवे नम: |
ॐ ग्रन्थहेतवे नम: |
ॐ ग्रन्थकेतवे नम: | ५९५
ॐ ग्रहाग्रगाय नम: |
ॐ ग्रन्थपूज्याय नम: |
ॐ ग्रन्थगेयाय नम: |
ॐ ग्रंथ्ग्रथानलालसाय नम: |
ॐ ग्रन्थभूमये नम: | ६००
ॐ ग्रहश्रेष्ठाय नम: |
ॐ गृहकेतवे नम: |
ॐ ग्रहाश्रयाय नम: |
ॐ ग्रन्थकारय नम: |
ॐ ग्रंथकारमान्याय नम: | ६०५
ॐ ग्रन्थप्रसारकाय नम: |
ॐ ग्रन्थश्रमग्याय नम: |
ॐ ग्रंथांगाय नम: |
ॐ ग्रन्थभ्रमनिवारकाय नम: |
ॐ ग्रन्थप्रवणसर्वांगाय नम: | ६१०
ॐ ग्रन्थप्रणयतत्पराय नम: |
ॐ गीताय नम: |
ॐ गीतगुनाय नम: |
ॐ गीतकीर्तये नम: |
ॐ गीतविशारदाय नम: | ६१५
ॐ गीतस्फीतयशसे नम: |
ॐ गीतप्रणयाय नम: |
ॐ गीतचंचुराय नम: |
ॐ गीतप्रसन्नाय नम: |
ॐ गीतात्मने नम: | ६२०
ॐ गीतलोलाय नम: |
ॐ ॐ गतास्पृहाय नम: |
ॐ गीताश्रयाय नम: |
ॐ गीतमयाय नम: |
ॐ गीततत्वार्थकोविदाय नम: | ६२५
ॐ गीत्संशयसंछेत्रे नम: |
ॐ गीतसंगीतशासनाय नम: |
ॐ गीतार्थग्याय नम: |
ॐ गीततत्वाय नम: | ६३०
ॐ गताश्रयाय नम: |
ॐ गीतासाराय नम: |
ॐ गीताकृते नम: |
ॐ गीताकृदविघ्ननाशनाय नम: |
ॐ गीताशक्ताय नम: | ६३५
ॐ गीतलीनाय नम: |
ॐ गीताविगतसंज्वराय नम: |
ॐ गीतैकदृशे नम: |
ॐ गीतभूतये नम: |
ॐ गीतप्रीताय नम: | ६४०
ॐ गतालसाय नम: |
ॐ गीतवाद्यपटवे नम: |
ॐ गीतप्रभवे नम: |
ॐ गीतार्थतत्वविदे नम: |
ॐ गीतागीतविवेकग्याय नम: | ६४५
ॐ गीताप्रवणचेतानाय नामा: |
ॐ गतभिये नम: |
ॐ गतविद्वेशाय नम: |
ॐ गतसंसारवन्दनाय नम: |
ॐ गतमायाय नम: | ६५०
ॐ गतत्रासाय नम: |
ॐ गतदु:खाय नम: |
ॐ गतज्वराय नम: |
ॐ गतासुहृदे नम: |
ॐ गताज्ञानाय नम: | ६५५
ॐ गतदुष्टाशयाय नम: |
ॐ गताय नम: |
ॐ गतार्ताये नम: |
ॐ गतसंकल्पाय नम: |
ॐ गतदुष्टविचेष्टिताय नम: | ६६०
ॐ गताहंकारसंचाराय नम: |
ॐ गतदर्पाय नम: |
ॐ गताहिताय नम: |
ॐ गतविघ्नाय नम: |
ॐ गतभयाय नम: | ६६५
ॐ गतागतनिवारकाय नम: |
ॐ गतव्यथाय नम: |
ॐ गतापायाय नम: |
ॐ गतदोषाय नम: |
ॐ गते:पराय नम: | ६७०
ॐ गतसर्वविकाराय नम: |
ॐ गतगंजितकुंजराय नम: |
ॐ गतकम्पितभूप्रिष्ठाय नम: |
ॐ गतरुजे नम: |
ॐ गतकल्मषाय नम: | ६७५
ॐ गतदैन्याय नम: |
ॐ गतस्तैन्याय नम: |
ॐ गतमानाय नम: |
ॐ गतश्रमाय नम: |
ॐ गतक्रोधाय नम: | ६८०
ॐ गतग्लानये नम: |
ॐ गतम्लानाय नम: |
ॐ गतभ्रमाय नम: |
ॐ गताभावाय नम: |
ॐ गतभवाय नम:| ६८५
ॐ गततत्वार्थसंश्याय नम: |
ॐ गयासुरशिरशछेत्रे नम: |
ॐ गयासुरवरप्रदाय नम: |
ॐ गयावासाय नम: |
ॐ गयानाथाय नम: | ६९०
ॐ गयावासीनमस्कृताय नम: |
ॐ गयाथीर्थफलाध्यक्षाय नम: |
ॐ गयायात्राफलप्रदाय नम: |
ॐ गयामायाय नम: |
ॐ गयाक्षेत्राय नम: | ६९५
ॐ गयाक्षेत्रनिवास्कृते नम: |
ॐ गयावासीस्तुताय नम: |
ॐ गयान्मधूवृतलसत्कताय नम: |
ॐ गायकाय नम: |
ॐ गायकवराय नम: | ७००
ॐ गायेकष्टफलप्रदाय नम: |
ॐ गायकप्रणयिने नम: |
ॐ गात्रे नम: |
ॐ गायाकाभयदायकाय नम: |
ॐ गायकप्रवंस्वान्ताय नम: | ७०५
ॐ गायकायप्रथमाय नम: |
ॐ गायकोदगीतसम्प्रीताय नम: |
ॐ गायकोत्कटविघ्नघ्ने नम: |
ॐ गानगेयाय नम: |
ॐ गायकेशाय नम: | ७१०
ॐ गायकांतरसंचाराय नम: |
ॐ गायकप्रियदाय नम: |
ॐ गायकाधीनविग्रहाय नम: |
ॐ गेयाय नम: |
ॐ गेयगुणाय नम: | ७१५
ॐ गेयचरिताय नम: |
ॐ गेयतत्वविदे नम: |
ॐ गायकत्रासघ्ने नम: |
ॐ ग्रंथाय नम: |
ॐ ग्रंथ्तत्वविवेचकाय नम: | ७२०
ॐ गढ़ानुरागाय नम: |
ॐ गाढान्गाय नम: |
ॐ गाढ़गंगाजलाय नम: |
ॐ गाढ़ावगढ़जलधये नम: |
ॐ गाढ़प्रज्ञाय नम: | ७२५
ॐ गतामयाय नम: |
ॐ गाढ़प्रत्यर्थीसैन्याय नम: |
ॐ गाढ़ानुग्रहतत्पराय नम: |
ॐ गाढ़श्लेषरसाभिग्याय नम: |
ॐ गाढ़निवृतिसाधकाय नम: | ७३०
गंगाधरेष्टवरदाय नम: |
ॐ गंगाधरभयापहाय नम: |
ॐ गंगाधरगुरवे नम: |
ॐ गंगाधरध्यातपदाय नम: | ७३४
ॐ गंगाधरस्तुताय नम: |
ॐ गंगाधराराध्याय नम: |
ॐ गतस्मयाय नम: |
ॐ गंगाधरप्रियाय नम: |
ॐ गंगाधराय नम: | ७३९
ॐ गंगाम्बुसुन्दराय नम: |
ॐ गंगाजलरसास्वादचतुराय नम: | ७४१
ॐ गांगतीरयाय नम: |
ॐ गंगाजल प्रणयवते नम: |
ॐ गंगातीरविहारकृते नम: |
ॐ गंगाप्रियाय नम: | ७४५
ॐ गांगजलावगाहनपराय नम: |
ॐ गंधमादनसंवासाय नम: |
ॐ गंधमादनकेलिकृते नम: |
ॐ गंधानुलिप्तसर्वांगाय नम: | ७४९
ॐ गंधलुब्धमधुवृताय नम: |
ॐ गंधाय नम: | ७५१
ॐ गन्धर्वराजाय नम: |
ॐ गन्धर्वप्रियकृते नम: |
ॐ गन्धर्वविद्यातत्वज्ञाय नम: |
ॐ गन्धर्वप्रीतीवर्धनाय नम: | ७५५
ॐ गकारबीजनिलयाय नम: |
ॐ गकाराय नम: |
ॐ गर्विगर्वनुदे नम: |
ॐ गन्धर्वगणसंसेव्याय नम: |
ॐ गन्धर्ववरदायकाय नम: | ७६०
ॐ गन्धर्वाय नम: |
ॐ गन्धमातंगाय नम: |
ॐ गन्धर्वकुलदैवताय नम: |
ॐ गन्धर्वगर्वसंछेत्रे नम: |
ॐ गन्धर्ववरदर्पघ्ने नम : |७६५
ॐ गन्धर्वप्रवणस्वान्ताय नम: |
ॐ गन्धर्वगणसंस्तुताय नम: |
ॐ गन्धर्वार्चितपादाब्जाय नम: |
ॐ गन्धर्वभयहारकाय नम: | ७६९
ॐ गन्धर्वाभयदाय नम: |
ॐ गन्धर्वप्रतिपालकाय नम: |
ॐ गन्धर्वगीतचरिताय नम: |
ॐ गन्धर्वप्रणयोत्सुकाय नम: | ७७३
ॐ गन्धर्वगानश्रवणप्रणयिने नम: |
ॐ गर्वभंजनाय नम: |
ॐ गन्धर्वत्राणसन्न्धाय नम: |
ॐ गन्धर्वसमरक्षमाय नम: | ७७७
ॐ गन्धर्वस्त्रीभिराराध्याय नम: |
ॐ गानाय नम: |
ॐ गानपटवे नम: |
ॐ गच्छाय नम: |
ॐ गच्छपतये नम: | ७८२
ॐ गच्छनायकाय नम: |
ॐ गच्छगर्वघ्ने नम: |
ॐ गच्छराजाय नम: |
ॐ गच्छेशाय नम: |
ॐ गच्छराजनमस्कृताय नम: | ७८७
ॐ गच्छप्रियाय नम: |
ॐ गच्छगुरवे नम: |
ॐ गच्छत्राणकृतोद्यमाय नम: |
ॐ गच्छप्रभवे नम: |
ॐ गच्छचराय नम: | ७९२
ॐ गच्छप्रियकृतोद्यमाय नम: |
ॐ गच्छगीतगुणाय नम: |
ॐ गच्छमर्यादाप्रतिपालकाय नम: |
ॐ गच्छधात्रे नम: |
ॐ गच्छभर्त्रे नम: | ७९७
ॐ गच्छवन्द्याय नम: |
ॐ गुरोर्गुरवे नम: |
ॐ गृत्साय नम: |
ॐ गृत्समदाय नम: | ८०१
ॐ गृत्समदाभीष्टवरप्रदाय नम: |
ॐ गीवार्णगीतचरिताय नम: |
ॐ गीवार्णगणसेविताय नम: |
ॐ गीवार्णवरदात्रे नम: | ८०५
ॐ गीवार्णभयनाशकृते नम: |
ॐ गीवार्णगुणसंवीताय नम: |
ॐ गीवार्णारातीसूदनाय नम: |
ॐ गीवार्णधाम्ने नम: | ८०९
ॐ गीवार्णगोप्त्रे नम: |
ॐ गीवार्णगर्वहृदे नम: |
ॐ गीवार्णार्तिहराय नम: |
ॐ गीवार्णवरदायकाय नम: | ८१३
ॐ गीवार्णशरणाय नम: |
ॐ गीतनाम्ने नम: |
ॐ गीवार्णसुन्दराय नम: |
ॐ गीवार्णप्राणदाय नम: |
ॐ गन्त्रे नम: | ८१८
ॐ गीवार्णानीकरक्षकाय नम: |
ॐ गुहेहापूरकाय नम: |
ॐ गन्धमत्ताय नम: |
ॐ गीवार्णपुष्टिदाय नम: | ८२२
ॐ गीवार्णप्रयुतत्रात्रे नम: |
ॐ गीतगोत्राय नम: |
ॐ गताहिताय नम: |
ॐ गीवार्णप्रथिताय नम: |
ॐ गलते नम: | ८२८
ॐ गीवार्णगोत्रप्रवराय नम: |
ॐ गीवार्णफलदायकाय नम: |
ॐ गीवार्णप्रियकर्त्रे नम: |
ॐ गीवार्णागमसारविदे नम: | ८३२
ॐ गीवार्णागमसम्पत्तये नम: |
ॐ गीवार्णव्यसनापहाय नम: |
ॐ गीवार्णप्रणयाय नम: |
ॐ गीतग्रहणोत्सुकमानसाय नम: | ८३६
ॐ गीवार्णभ्रमसम्भेत्त्रे नम: |
ॐ गीवार्णगुरुपूजिताय नम: |
ॐ ग्रहाय नम: |
ॐ ग्रहपतये नम: | ८४०
ॐ ग्राहाय नम: |
ॐ ग्रहपीड़ाप्रणाशनाय नम: |
ॐ ग्रहस्तुताय नम: |
ॐ ग्रहाध्यक्षाय नम: |
ॐ ग्रहेशाय नम: | ८४५
ॐ ग्रहदैवताय नम: |
ॐ ग्रहकृते नम: |
ॐ ग्रहभर्त्रे नम: |
ॐ ग्रहेशानाय नम: |
ॐ ग्रहेश्वराय नम: | ८५०
ॐ ग्रहाराध्याय नम: |
ॐ ग्रहत्रात्रे नम: |
ॐ ग्रहगोप्त्रे नम: |
ॐ ग्रहोत्क़टाय नम: |
ॐ गृह्गीतगुणाय नम: | ८५५
ॐ ग्रन्थप्रणेत्रे नम: |
ॐ ग्रहवन्दिताय नम: |
ॐ गविने नम: |
ॐ गवीश्वराय नम: |
ॐ गर्विणे नम: | ८६०
ॐ गर्विष्ठाय नम: |
ॐ गर्विगर्वघ्ने नम: |
ॐ गवांप्रियाय नम: |
ॐ गवांनाथाय नम: |
ॐ गवीशानाय नम: | ८६५
ॐ गवाम्पतये नम: |
ॐ गव्यप्रियाय नम: |
ॐ गवांगोप्त्रे नम: |
ॐ गविसंपत्तिसाधकाय नम: |
ॐ गविरक्षणसन्न्धाय नम: | ८७०
ॐ गवांभयहराय नम: |
ॐ गविगर्वहराय नम: |
ॐ गोदाय नम: |
ॐ गोप्रदाय नम: |
ॐ गोजयप्रदाय नम: | ८७५
ॐ गजयुतबलाय नम: |
ॐ गण्डगुंजनमत्तमधुवृताय नम: |
ॐ गण्डस्थललसद्यानमिलान्मत्तालिमण्डीताय नम: | ८७८
ॐ गुडाय नम: |
ॐ गुडप्रियाय नम: |
ॐ गण्डगलद्यानाय नम: |
ॐ गुडाशनाय नम: |
ॐ गुडाकेशाय नम: |
ॐ गुडाकेशसहायाय नम: | ८८४
ॐ गुडलड्डूभुजे नम: |
ॐ गुडभुजे नम: |
ॐ गुडभुग्गणयाय नम: |
ॐ गुडाकेशवरप्रदाय नम: |
ॐ गुडाकेशार्चितपदाय नम: | ८८९
ॐ गुडाकेशसखाय नम: |
ॐ गदाधरार्चितपदाय नम: |
ॐ गदाधरवरप्रदाय नम: |
ॐ गदायुधाय नम: |
ॐ गदापाणये नम: | ८९४
ॐ गदायुद्धविशारदाय नम: |
ॐ गदघ्ने नम: |
ॐ गददर्पघ्नाय नम: |
ॐ गदगर्वप्रणाशनाय नम: |
ॐ गदग्रस्तपरित्रात्रे नम: |८९९
ॐ गदाडम्बरखण्डकाय नम: | ९००
ॐ गुहाय नम: |
ॐ गुहाग्रजाय नम: |
ॐ गुप्ताय नम: |
ॐ गुहाशायिने नम: |
ॐ गुहाशयाय नम: |
ॐ गुहप्रीतिकराय नम: |
ॐ गुढाय नम: | ९०७
ॐ गूढ़गुल्फाय नम: |
ॐ गुनैकदृषे नम: |
ॐ गिरे नम: |
ॐ गीष्पतये नम: |
ॐ गिरीशानाय नम: |
ॐ गीर्देवीगीतसदगुणाय नम: | ९१३
ॐ गीर्देवाय नम: |
ॐ गीष्प्रियाय नम: |
ॐ गीर्भुवे नम: |
ॐ गीरात्मने नम: |
ॐ गीषप्रियंकराय नम: | ९१८
ॐ गीरभूमये नम: |
ॐ गीरसज्ञाय नम: |
ॐ गी:प्रसन्नाय नम: |
ॐ गिरीश्वराय नम: |
ॐ गिरीशजाय नम: | ९२३
ॐ गिरौशायिने नम: |
ॐ गिरिराजसुखावहाय नम: |
ॐ गिरिराजार्चितपदाय नम: |
ॐ गिरिराजनमस्कृताय नम: | ९२७
ॐ गिरिराजगुहाविष्टाय नम : |
ॐ गिरिराजाभयप्रदाय नम: |
ॐ गिरिराजेष्टवरदाय नम: |
ॐ गिरिराजप्रपालकाय नम: | ९३१
ॐ गिरिराजसुतासूनवे नम: |
ॐ गिरिराजजयप्रदाय नम: |
ॐ गिरिव्रजचराय नम: |
ॐ गर्गाय नम: | ९३६
ॐ गर्गप्रियाय नम: |
ॐ गर्गदेवाय नम: |
ॐ गर्गनमस्कृताय नम: |
ॐ गर्गभीतिहराय नम: |
ॐ गर्गवरदाय नम: | ९४१
ॐ गर्गसंस्तुताय नम: |
ॐ गर्गगीतप्रसन्नात्मने नम: |
ॐ गर्गआनंद्कराय नम: |
ॐ गर्गप्रियाय नम: | ९४५
ॐ गर्गमानप्रदाय नम: |
ॐ गर्गारिभंजकाय नम: |
ॐ गर्गवर्गपरित्रात्रे नम: |
ॐ गर्गसिद्धिप्रदायकाय नम: | ९४९
ॐ गर्गग्लानीहराय नम: |
ॐ गर्गभ्रमहृदे नम: |
ॐ गर्गसंगताय नम: |
ॐ गर्गाचार्याय नम: |
ॐ गर्गमुनये नम: | ९५४
ॐ गर्गसम्मानभाजनाय नम: |
ॐ गम्भीराय नम: |
ॐ गणितप्राज्ञाय नम: |
ॐ गणितगमसारविदे नम: |
ॐ गणकाय नम: | ९५९
ॐ गणकशलाघ्याय नम: |
ॐ गणकप्रणयोत्सुकाय नम: |
ॐ गणकप्रवणस्वान्ताय नम: |
ॐ गणिताय नम: |
ॐ गणितागमाय नम: | ९६४
ॐ गद्याय नम: |
ॐ गद्यमयाय नम: |
ॐ गद्यपद्यविद्याविशारदाय नम: |
ॐ गललग्नमहानागाय नम: |
ॐ गलदर्चिशे नम: | ९६९
ॐ गलन्मदाय नम: |
ॐ गलत्कुश्ठीव्यथाहंत्रे नम: |
ॐ गलत्कुश्ठीसुखप्रदाय नम: |
ॐ गंभीरनाभये नम: | ९७३
ॐ गंभीरस्वराय नम: |
ॐ गंभीरलोचनाय नम: |
ॐ गंभीरगुणसम्पन्नाय नम: |
ॐ गंभीरगतिशोभनाय नम: | ९७७
ॐ गर्भप्रदाय नम:: |
ॐ गर्भरूपाय नम:: |
ॐ गर्भापद्विनिवारकाय नम: |
ॐ गर्भागमनसंनाशाय नम: | ९८१
ॐ गर्भदाय नम: |
ॐ गर्भशोकनुदे नम: |
ॐ गर्भत्रात्रे नम: |
ॐ गर्भगोप्त्रे नम: | ९८५
ॐ गर्भपुष्टिकराय नम: |
ॐ गर्भाश्रयाय नम: |
ॐ गर्भमयाय नम: | ९८९
ॐ गर्भामयनिवारकाय नम: |
ॐ गर्भाधाराय नम : | ९९०
ॐ गर्भधराय नम: |
ॐ गर्भसंतोषसाधकाय नम: | ९९२
ॐ गर्भगौरवसंधानसाधनाय नम: | ९९३
ॐ गर्भवर्गहृदे नम: | ९९४
ॐ गरीयसे नम: | ९९५
ॐ गर्वनुदे नम: | ९९६
ॐ गर्वमर्दिने नम: | ९९७
ॐ गरदमर्दकाय नम: | ९९८
ॐ गरसंतापशमनाय नम: | ९९९
ॐ गुरुराज्यसुखप्रदाय नम: | १०००
इति श्री रुद्रयामले गकारादि श्रीगणेश सहस्त्रनामावली सम्पुर्ण ||


11 comments:

  1. bhaiya, aapne sab ek jagah rakh kar padhna aasaan kar diya.

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  2. दीदी आपके प्रोत्साहन से यह संभव हुआ. समय असमय इसको पढने का लाभ अवश्य होगा.

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  3. ॐ गजाननं भूंतागणाधि सेवितम्, कपित्थजम्बू फलचारु भक्षणम् |

    उमासुतम् शोक विनाश कारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम् ||सर जी सुन्दर प्रयास आप का .....मुझे दिल से ख़ुशी के कुछ न कुछ इस पर मुझे रोज मिला करेगा .....सादर प्रणाम ...निर्मल पानेरी

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  4. इस श्रमसाध्य कार्य के लिए आपको नमन ! दुर्लभ सा कार्य आपने किया ! जानकारी बढ़ी ! आभार !

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  5. वर्ड वेरीफिकेशन बिलावजह का झंझट लगता है . कोई विशेष मोह न हो इससे , तो इसे हटा देवें , देव !

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  6. ॥ ॐ गं गणपतये नम: ॥

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  7. कृपया चेक करें :
    ’गीवाणा...’ या ’गीर्वाणा....’
    (This word requires to be corrected !)
    धन्यवाद !

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  8. @vinay vaidya, This word गीवार्ण or गीवार्णा has been used correctly as per the texts. Thanks however for visit & valuable comments. Regards !

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  9. आपके ब्लॉग पर आकर धन्य होगया हूँ.
    ब्लॉग का नाम ही शुभ का प्रेषण करता है.
    श्री गणेश नामावली पढ़ने का आपने हम पाठकों को
    दिया ,इसके लिए बहुत बहुत आभार आपका.

    मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.

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